Voucher Types in Tally Prime
What is the Voucher Types in Tally Prime?
टैली प्राइम में अकाउंटिंग वाउचर क्या है?
क्या आप जानते है टेली प्राइम में अकाउंटिंग वाउचर क्या है? ओर टेली प्राइम मे अकाउंटिंग वाउचर कीतने है? तो आइए इस पोस्ट में हम Voucher Types in Tally Prime के बारे मे जानते है।
Tally Prime में Voucher क्या होता है?
Tally Prime में Voucher एक दस्तावेज होता है, जो business में हुए वित्तिय ट्रान्जेक्शन का विवरण होता है। इसे हम Journal Entry कहते है। Voucher मे business के ट्रान्जेक्शनो को पुरे विवरण के साथ दर्ज कीया जाता है।
Voucher Types in Tally Prime
Tally Prime मे निम्नलिखित पूर्वनिधारीत Voucher के प्रकार है।
1) Contra (F4): इस वाउचर टाइप ने बेंक के साथ किये गये व्यवहारो का विवरण होता है। इस वाउचर टाइप मे तीन तरह के ट्रान्जेक्शन दर्ज कीये जाते है।
1. Bank to Cash:- जब आप बेंक मे पैसे डीपोझीट करते है तो इस टाइप के ट्रान्जेक्शन को
Bank to Cash ट्रान्जेक्शन कहा जाता है।
Eg. Cash Deposit in to Bank for Rs.50000
2. Cash to Bank:- जब आप बेंक मे पैसे withdrawal करते है तो इस टाइप के ट्रान्जेक्शन को
Cash to Bank ट्रान्जेक्शन कहा जाता है।
Eg. Cash Withrow in to Bank for Rs.5000
3. Bank to Bank:- जब आप अपने एक बेंक का चेक दुसरी बेंक में भरते है तो इस टाइप के ट्रान्जेक्शन को Bank to Bank ट्रान्जेक्शन कहा जाता है।
Eg. Axis Bank Cheque Deposit in to SBI Bank for Rs.40000
2) Payment (F5):- जब हम सामने वाली पाटी को किसी भी तरह का केस या चेक से पेमेन्ट करते है तब इस वाउचर टाइप मे ट्रान्जेक्शन को दर्ज कीया जाता है।
Eg. 1) Machinery Purchase for cash Rs. 5,00,000.
2) Salary Paid Rs. 18,000
3) Receipt (F6):- जब हमारे Business मे पैसा कीसी भी तरह आता है चाहे वो cash हो या cheque तो ईस Voucher Type मे ट्रान्जेक्शन को दर्ज कीया जाता है।
Eg. 1) Commission Received in cash Rs. 15000
2) Brokerage Receive in cash Rs. 25000
4) Journal (F7):- जीस ट्रान्जेकशन मे केश, चेक या कीसी पाटी का नाम न आता हो तो ऐसे ट्रान्जेक्शन की एन्ट्ररी Journal (F7) मे की जाती है,ओर अगर आप कीसीभी तरह की Assets Credit पर खरीद ते है तो Journal (F7) मे ईस ट्रान्जेक्शन की एन्ट्ररी की जाती है।
Eg. 1) Goods Loss by Fire Rs. 5000.
2) Purchase computer for Raj computers Rs. 45000.
5) Sales (F8):- जब भी आप कोई भी सामान Credit बेचते है तो एसे Credit Sales ट्रान्जेक्शन की एन्ट्ररी आपको Sales (F8) करनी है।
Eg. Aflatoon Enterprises sold computers and laptops to Max Ltd for 1,00,000/- on credit.
6) Credit Note (Ctrl + F8):- जब कीसी वजह से बेचा हुआ माल-सामान वापस होता है तो आपको ईस ट्रान्जेक्शन की एन्ट्ररी Credit Note (Ctrl + F8) मे करनी है।
Eg. Max Ltd return computer for Rs.25000
7) Debit Note (Ctrl + F9):- जब हमने खरीदा हुआ माल-सामान हम वापस करते है तो हम एक नोट बनाते है जीसमे हमने वापस कीये हुए माल-सामान का ब्योरा होता है ईसे Debit Note कहते है।
Eg. 1) Goods Return to Anurag Traders of Rs. 2,15,000.
8) Purchase (F9):- हम अपने बीजनस के लीये जीतनी भी खरीदी करते है वह सब एन्ट्रर हमे Purchase में करनी होती है।
Eg. 1) Purchase Goods from Imran Traders of Rs. 1,00,000.
9) Reversing Journal(F10):- इस टाइप के ट्रान्जेक्सन असर विशेष टाइम पिरीयड के लीये ही होता है, और हम उसही टाइम पिरीयड पर इसकी असर देख शकते है। यह टाइम पिरीयड पुरा होने के बाद इस वाउचर टाईप की सभी एन्ट्ररी रिवर्स हो जाती है। इस वाउचर टाइप को एकटीव करने के लीये Using Reversing Journals & Optional Vouchers option में Yes करना है।
10) Post Dated:- इस तरह के वाउटर टाइप का उपयोग भविष्य में होने वाली एन्ट्ररी करने के लीये होता है। इस वाउटर टाइप में की गइ एन्ट्ररी अपनी दी गई तारीख पर अपने आप Post Dated Entry से Regular Entry में परीवतीत हो जाती है। ईस को हम ईस उदाहरण के जरीये समज ने का प्रयास करते है की मानलो आपका कोई खर्च एसा है जो आपको हर महीने करना है जैसे की आपने 11.11.2022 को एक नया मोबाइल हप्ते से खरीदा जीसके आपको 6 हप्ते देने है तो आप इन 6 हप्तो के ट्रान्जेक्शन की एन्ट्ररी आप Post Dated वाउचर में आप पहेले से कर शकते है। जैसे ही जीस भी हपते की तारीख आयेगी वो Post Dated वाउचर Regular वाउचर में अपने आप तबदील हो जायेगा। Post Dated वाउचर की शोर्टकट की Ctrl + T है।
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